देशभक्ति के रंग में रंगा इंछापुरी, तिरंगा यात्रा से गूंजा गांव
"तिरंगा हमारी आन-बान-शान है" — कैप्टन रणधीर सिंह का संदेश
रफीक खान / पटौदी
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर इंछापुरी राजकीय माध्यमिक विद्यालय का प्रांगण देशभक्ति के रंगों से सराबोर हो उठा, जब पूर्व सैनिक कैप्टन रणधीर सिंह ने तिरंगा फहराया। समारोह में पूर्व सैनिक कैप्टन रणवीर सिंह ने तिरंगे को सलामी दी और ज्ञात-अज्ञात शहीदों को नमन किया। इस मौके पर उपस्थित लोगों की आंखें गर्व और भावुकता से नम हो गईं।
अपने भावपूर्ण संबोधन में कैप्टन रणधीर सिंह ने स्वतंत्रता संग्राम की गाथा को याद करते हुए कहा, "इतिहास गवाह है कि 1857 में ही आज़ादी का बिगुल बज चुका था और आने वाले 90 वर्षों में अनगिनत भारत मां के वीर सपूतों ने अपने प्राण न्योछावर किए। उन्हीं के बलिदान से हमें यह स्वतंत्रता मिली है।" उन्होंने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि हमें हमेशा देश की एकता और अखंडता के लिए तत्पर रहना चाहिए और तिरंगे के सम्मान की रक्षा करनी चाहिए, क्योंकि यही हमारी आन-बान-शान है।
समारोह में स्कूली छात्र-छात्राओं ने देशभक्ति गीत, नृत्य और नाटक प्रस्तुत कर स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने वहां मौजूद अभिभावकों और अतिथियों का दिल जीत लिया।
इस अवसर पर इंछापुरी गांव के सरपंच राकेश कुमार ने विशेष पहल करते हुए पूर्व सैनिकों और वर्तमान में देश सेवा में लगे लगभग 36 सैनिकों को सम्मानित किया। मंच पर सैनिकों का सम्मान होते ही पूरा प्रांगण तालियों से गूंज उठा। सरपंच ने कहा कि सैनिक ही हमारे देश की असली ताकत हैं और उनका योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता।
कार्यक्रम के समापन के बाद स्कूली बच्चों और ग्रामीणों ने पूरे गांव में तिरंगा यात्रा निकाली। हाथों में तिरंगा लिए, देशभक्ति के नारे लगाते हुए लोग गलियों से गुजरे। इस दौरान ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम्’ के उद्घोष से वातावरण गूंज उठा।
गांव के बुजुर्गों ने भी इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से युवा पीढ़ी में देशभक्ति की भावना और भी प्रबल होती है। समारोह में ग्रामीणों, स्कूल स्टाफ, बच्चों और अभिभावकों की भारी भीड़ रही और यह दिन इंछापुरी के इतिहास में एक यादगार बन गया।
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